प्रश्न 4. संस्कृतवर्णमाला में स्वर को उच्चारण की दृष्टि से कितने भागों में बांटा गया है?
उत्तर. संस्कृतवर्णमाला में स्वर को उच्चारण की दृष्टि से तीन भागों में बांटा गया है-
(1.) हृस्व स्वर- जिन स्वरों के उच्चारण में एकमात्रा का समय लगता है,हृस्व स्वर कहलाते हैं।हृस्व स्वर पाँच (5)हैं-
अ, इ, उ, ऋ, ऌ ।
(2.) दीर्घ स्वर - जिन स्वरों के उच्चारण में दो मात्रा का समय अर्थात् हृस्व स्वर से दुगुना समय लगता है, दीर्घ स्वर कहलाते हैं।दीर्घ स्वर आठ (8)हैं-
आ, ई, ऊ, ॠ, ए, ऐ,ओ, औ।
(3.) प्लुत स्वर -जिन स्वरों के उच्चारण में दो मात्रा का समय अर्थात् हृस्व स्वर से तिगुना समय लगता है, प्लुत स्वर कहलाते हैं। कोई भी स्वर प्लुत-स्वर हो सकता है।लिखने में प्लुत-स्वर को प्रकट करने के लिए उस वर्ण के आगे '३' लिख दिया जाता है। जैसे-
ओ३म्, रा३म, दे३वदत्त आदि।