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गुरुवार, 9 जून 2022

ॐ विष्णवे नमः



पानी अपनी इच्छा से काम नहीं करता है। माली इसको जिस पौधे पर डाल देता है,वहाँ जाता है, माली जिधर बहाता है,उधर बहता है। हमें अपना जीवन पानी की तरह बना लेना चाहिए। *अपनी सब कामनाओं व समस्याओं को मालीरूपी भगवान के हाथों सौंप कर निश्चिन्त हो जाना चाहिए।*

                   जयश्रीमन्नारायण 




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अद्यतन-सूक्ति

  "सूर्यवत् उद्भासितुम् इच्छति चेत् तत् वत् तपेत् आद्यम्" अर्थात् (यदि आप) सूर्य के समान चमकना चाहते हैं तो सूर्य के समान तपना सीखिए।